1. “सिकतासेतुः” का अर्थ क्या है?
Answer: बालू का पुल
2. “सिकतासेतुः” पाठ का मुख्य संदेश क्या है?
Answer: परिश्रम का महत्व
3. पाठ के अनुसार, सिकतासेतु किसका प्रतीक है?
Answer: अस्थिरता का
4. पाठ में किसने सिकतासेतु बनाने का विचार किया?
Answer: एक मूर्ख व्यक्ति
5. सिकतासेतु पाठ में मुख्य पात्र कौन है?
Answer: मूर्ख व्यक्ति
6. “सिकता” का अर्थ क्या है?
Answer: बालू
7. “सिकतासेतु” किसकी असंभवता को दर्शाता है?
Answer: बिना ठोस प्रयास के सफलता की
8. मूर्ख व्यक्ति ने पुल बनाने के लिए क्या उपयोग किया?
Answer: बालू
9. मूर्ख व्यक्ति का क्या हुआ?
Answer: वह असफल हुआ।
10. इस कहानी का मुख्य उद्देश्य क्या है?
Answer: बिना सोच-विचार के कार्य न करना।
11. मूर्ख व्यक्ति ने बालू के पुल के माध्यम से क्या दिखाया?
Answer: उसकी मूर्खता
12. “सेतु” का अर्थ क्या है?
Answer: पुल
13. पाठ के अनुसार, मूर्ख व्यक्ति ने कौन-सा गुण प्रदर्शित किया?
Answer: अविवेक
14. सिकतासेतु किस प्रकार की योजनाओं का प्रतीक है?
Answer: असंभव और अव्यावहारिक योजनाएँ
15. “मूर्ख व्यक्ति” का चरित्र कैसा है?
Answer: अविवेकी
16. सिकतासेतु क्यों असफल रहा?
Answer: बालू मजबूत नहीं है।
17. इस पाठ से हमें क्या सीख मिलती है?
Answer: असंभव कार्यों से बचो।
18. मूर्ख व्यक्ति को पुल बनाने की प्रेरणा कहाँ से मिली?
Answer: एक नदी पार करने की आवश्यकता से
19. “सिकतासेतु” का परिणाम क्या हुआ?
Answer: विफलता
20. “सिकतासेतु” पाठ का मुख्य भाव क्या है?
Answer: विवेकपूर्ण योजना और परिश्रम से सफलता मिलती है।