1.
सरल लोलक का आवर्तकाल दोगुना हो जायेगा जब उसकी प्रभावी लम्बाई कर दी जाती है?
2.
सरल आवर्त गति करते कण का अधिकतम विस्थापन की स्थिति में त्वरण होता है।
3.
एक कण सरल आवर्त गति कर रहा है जिसका आयाम A है। एक पूर्ण दोलन में कण द्वारा चली गयी दूरी है।
4.
अनुनाद के लिए बाह्य आवर्ती बल की आवृत्ति तथा कम्पन करने वाली वस्तु की स्वाभाविक आवृत्ति का अनुपात होगा।
5.
अनुनाद की दशा में दोलनों का आयाम-
6.
सरल आवर्त गति में त्वरण समानुपाती होता है
7.
सरल आवर्त गति में वस्तु के वेग और त्वरण के बीच कलांतर (phase difference) होता है
8.
निम्न में से कौनसी समीकरण सरल आवर्त गति को प्रदर्शित नहीं करती है:
9.
सरल आवर्त गति कर रहे कण का त्वरण :
10.
रेखीय सरल आवर्त गति से गतिमान कण ( घर्षण नगण्य मानते हुए) एक पूरे आवर्तकाल में दूरी तय करता है, अपने आयाम:
11.
उपरोक्त प्रश्न में कण के गति के कला नियतांक का मान होगा
12.
क्षैतिज रेखा 6 सेकण्ड आवर्तकाल से कण सरल आवर्त गति करता है। माध्य स्थिति से आयाम की आधी दूरी तय करने में समय लगेगा:
13.
सरल आवर्त गति कर रहे कण की माध्य स्थिति से 5 cm विस्थापन पर त्वरण 20 cm/s2 हो तो उसके कोणीय आवृत्ति का मान रेडियन / से. में होगा :
14.
सरल आवर्त गति कर रहे कण का आयाम 5 cm तथा दोलन कल है। जब π cm/s में होगी: cm हो तो चाल
15.
सरल आवर्त गति कर रहे कण का अधिकतम वेग 100 cm/s तथा अधिकतम त्वरण 157 cm / s2 है में होगा:
16.
यदि स.आ.ग. में किसी क्षण कण का विस्थापन, वेग एवं त्वरण क्रमश: 1 cm, 1 cm / s, 1 cm / s2 है 20 (सेकण्ड में):
17.
4 cm लम्बी रेखा पर एक कण सरल आवर्त गति कर रहा है। माध्य स्थिति पर यदि वेग 12 cm/s हो तो आवृति होगी:
18.
सरल आवर्त गति कर रहे कण का आयाम दुगुना कर दिया जाये तो कौनसी राशि दुगुनी हो जायेगी ?
19.
सरल आवर्त गति में वेग अधिकतम होता है
20.
समान आवर्तकाल, किंतु कलांतर के दो असमान आयाम वाले परस्पर लंबवत सरल आवर्त गतियों का परिणामी है