1.
एक घनाभ की लंबाई , चौड़ाई तथा ऊँचाई क्रमशः 15 cm , 12 cm तथा 4.5 cm है , तो इसका आयतन है ?
2.
एक घन का आयतन 125 m³ है , तो उसका कुल पृष्ठ – क्षेत्रफल होगा –
3.
किसी वर्ग का विकर्ण 16√2 cm है , तो भुजा कितनी होगी ?
4.
समबेलन का पूर्ण पृष्ठ – क्षेत्रफल होता है –
5.
बराबर आयतन एवं आधार के वृत्ताकार समबेलन एवं लंबवृत्तीय शंकु की ऊँचाइयों का अनुपात क्या है ?
6.
समान ऊँचाई वाले दो समबेलनों के आयतनों का अनुपात 9 : 16 है , तो उनके वक्र – पृष्ठों के क्षेत्रफलों का अनुपात क्या होगा ?
7.
एक बेलन और एक शंकु के आधार समान हैं । यदि उनकी ऊँचाइयाँ भी समान हों , तो उनके आयतनों का अनुपात होगा –
8.
यदि एक शंकु और एक बेलन के व्यास और ऊँचाई समान हों , तो उनके आयतनों का अनुपात क्या होगा ?
9.
किसी गोले के पृष्ठ – क्षेत्रफल और उसी त्रिज्या के एक अर्द्धगोले के कुल पृष्ठतल का अनुपात क्या है ?
10.
एक अर्द्धगोले का आयतन 19404 cm³ है , तो अर्द्धगोले का कुल पृष्ठ क्षेत्रफल होगा –
11.
किसी वृत्तीय बेलनाकार पात्र की ऊँचाई = 10 cm और आधार – त्रिज्या = 7 cm हैं , तो उस पात्र की धारिता क्या है ?
12.
एक ठोस अर्द्धगोला जिसकी त्रिज्या 7 cm है , का कुल पृष्ठ क्षेत्रफल है ?
13.
किसी शंकु के आधार की त्रिज्या और ऊँचाई समान हैं । उसके आयतन और उसी त्रिज्या वाले एक गोले के आयतन का अनुपात होगा –
14.
अर्द्धगोले के सम्पूर्ण सतह का क्षेत्रफल होता है ?
15.
एक बेलन का व्यास 28 cm और ऊँचाई 20 cm है , तो बेलन के वक्रपृष्ठ का क्षेत्रफल है –
16.
एक शंकु के आधार का व्यास 10 cm और इसकी ऊँचाई 12 cm है , तो शंकु का आयतन है –
17.
समान ऊंचाई के दो गोलाकार शंकुओं की आधार त्रिज्याएं 3:5 के अनुपात में हैं। उनके आयतनों का अनुपात है
18.
कांच का घुमावदार सतह क्षेत्रफल है जिसकी त्रिज्या क्रमशः 3 सेमी और 4 सेमी है और तिरछी ऊंचाई 10 सेमी है
19.
यदि एक ही आधार त्रिज्या के दो ठोस गोलार्धों को उनके आधारों के अनुदिश एक साथ जोड़ दिया जाए, तो इस नए ठोस का घुमावदार सतह क्षेत्र है
20.
13 सेमी तिरछी ऊंचाई वाली बाल्टी के ऊपर और नीचे की त्रिज्याएँ क्रमशः 9 सेमी और 4 सेमी हैं। बाल्टी की ऊंचाई है