अध्याय: 7 कणों के नियम तथा घूर्णी गति

1. वह बिन्दु जहाँ पर किसी निकाय या पिण्ड का सम्पूर्ण द्रव्यमान केन्द्रित माना जा सकता है, कहलाता है।

  • ज्यामितीय केन्द्र
  • मध्य बिन्दु
  • द्रव्यमान केन्द्र
  •  गुरुत्व केन्द्र
उत्तर
द्रव्यमान केन्द्र

2. गोलीय कोश का जड़त्व आघूर्ण होग

  • MR2
  • MR2 / 2
  • 2/5 MR2
  • 2/3 MR2
उत्तर
2/3 MR2

3. द्रव्यमान m तथा त्रिज्या वाली किसी वृत्ताकार डिस्क का इसके व्यास के परितः जड़त्व आघूर्ण होता है।

  • mr2
  • mr2 / 2
  • mr2 / 4
  • 3/4 mr2
उत्तर
mr2 / 4

4. यदि एक वस्तु के कोणीय संवेग में 50% की कमी हो जाए तो उसकी घूर्णन गतिज ऊर्जा में परिवर्तन होगा-

  • 125% की वृद्धि
  • 100% की कमी
  • 75% की वृद्धि
  • 75% की कमी
उत्तर
75% की कमी

5. किसी अक्ष के परितः कोणीय वेग से घूमते किसी पिण्ड के जड़त्व आघूर्ण कोणीय त्वरण तथा बल आघूर्ण क्रमशःI, α तथा τ हैं, तब-

  • τ = Iα
  • τ = Iω
  • I = τω
  • α = τ
उत्तर
τ = Iα

6. किसी पिण्ड के जड़त्व आघूर्ण तथा कोणीय त्वरण के गुणनफल को कहते हैं।

  • कोणीय संवेग
  • बल-आघूर्ण
  • बल
  • कार्य
उत्तर
बल-आघूर्ण

7. निम्नलिखित में से किस पिंड का द्रव्यमान केंद्र उसके बाहर स्थित होता है।

  • पेंसिल
  • शाॅटपुट (गोला)
  • पासा
  • चूड़ी
उत्तर
चूड़ी

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