1. सरल लोलक का आवर्तकाल दोगुना हो जायेगा जब उसकी प्रभावी लम्बाई कर दी जाती है?
- दोगुनी
- आधी
- चार गुनी
- चौथाई
2. सरल आवर्त गति करते कण का अधिकतम विस्थापन की स्थिति में त्वरण होता है।
- अधिकतम
- न्यूनतम
- शून्य
- न अधिकतम और न न्यूनतम
3. सरल लोलक के आवर्तकाल का सूत्र है [latex s=2]T=2\pi \sqrt { \left( l/g \right) } [/latex] जहाँ संकेतों के अर्थ सामान्य हैं। l तथा T के बीच खींचा गया ग्राफ होगा-
- सरल रेखा
- परवलय
- वृत्त
- दीर्घवृत्त
4. एक कण सरल आवर्त गति कर रहा है जिसका आयाम A है। एक पूर्ण दोलन में कण द्वारा चली गयी दूरी है।
- 2A
- 0
- A
- 4A
5. अनुनाद के लिए बाह्य आवर्ती बल की आवृत्ति तथा कम्पन करने वाली वस्तु की स्वाभाविक आवृत्ति का अनुपात होगा।
- 1
- शून्य
- 1 से अधिक
- 1 से कम
6. अनुनाद की दशा में दोलनों का आयाम-
- न्यूनतम होता है
- अधिकतम होता है
- शून्य होता है
- इनमें से कोई नहीं